कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व

सीएसआर की अवधारणा को संपोषित आर्थिक विकास के सिद्धांतों से जोड़कर देखा जाता रहा है, जिसमें यह आवश्यक होता है कि संगठन को वित्तीय पहलूओं पर आधारित निर्णय ही नहीं लिए जाते हैं अपितु उनके कार्यकलापों के तात्कालिक और दीर्घावधि सामाजिक तथा पर्यावरणीय प्रभावों पर भी आधारित होते हैं। इसलिए ज्ञान आधारित कम्पनी होने के नाते, ईआईएल सामाजिक महत्व के प्रति सदैव संवेदनशील रहता है और समुदाय तथा पर्यावरण के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करते हुए अपना मुख्य कारोबार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
संगठनों के वित्तीय कारकों पर भी उनकी गतिविधियों के तात्कालिक और दीर्घकालिक सामाजिक और पर्यावरणीय परिणामों पर न केवल आधारित निर्णय करना चाहिए जो आवश्यकता है कि सतत आर्थिक विकास के सिद्धांत के साथ जुड़ा हुआ है के रूप में देखा गया है. इसलिए, एक ज्ञान आधारित कंपनी जा रहा है, ईआईएल हमेशा समाज की चिंताओं के प्रति संवेदनशील हो गया है और ध्यान में समुदाय और पर्यावरण के व्यापक हितों को लेकर एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार तरीके से अपने मूल कारोबार के संचालन के लिए प्रतिबद्ध है।
ईआईएल का सीएसआर मिशन दो मौलिक विचारधाओं पर मार्गदर्शित है अर्थात् समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के माहौल को बढ़ाने के सिद्धांत और परियोजना स्थल, क्षेत्रीय, और शाखा कार्यालय और नई दिल्ली मुख्यालय सहित स्थानीय और कार्यस्थल के आसपास स्थानीय प्रशासन, राज्य अथवा केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही है और नियोजित की गई पहल की परियोजनाएं/कार्यक्रमों को पूरा करना/उनमें सहयोग करना है। इसलिए शुरू की गतिविधियां राज्य सरकारों, जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ केन्द्र सरकार के विभागों/एजेंसियों, स्व-सहायता समूह, आदि के अनुरूप और परामर्श के अनुसार ही हैं।
ईआईएल सतत विकास को बढ़ावा देने की दृष्टि से, समुदाय और पर्यावरण के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में अपने मूल कारोबार का प्रचालन के लिए प्रतिबद्ध है।
ईआईएल की सीएसआर नीति के उद्देश्य हैं:
- सभी स्टेकधारकों के हितों को पूरा करते समय समाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की कठिनाई और दरिद्रता दूर करने में सहायता करना।
- ग्रामीण/शहरी समुदाय के विकास के लिए समुदाय परिसंपत्तियों का सृजन करना।
- ईआईएल परियोजना स्थलों और कार्यालयों के आसपास बड़े पैमाने पर सीएसआर गतिविधियां आरंभ करना।
- कार्पोरेट संस्था के रूप में ईआईएल की ‘सकारात्मक और सामाजिक रूप से उत्तरदायी की छवि’ को सुदृढ़ बनाना।
- कंपनी की सामाजिक और पर्यावरणीय विवेक को सुदृढ़ करने की दिशा में संगठन में सभी स्तरों पर प्रतिबद्धता को बढ़ाना।
- स्टेकधारकों को यह विश्वास दिलाना कि उनकी कंपनी समुदाय के जीनव की गुणवत्ता एवं आर्थिक सम्पन्नतस बढ़ाने के लिए संवेदनशील है।
सीएसआर हेतु पहलें
स्वास्थ्य देखभाल: स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहलें की गई जिसमें दिल्ली की स्लम बस्तिायों में रहने वाले वंचित वर्ग के के लोगों के लिए ”बीमारी के बोझ को कम करके गरीबी अवरोधक को तोड़ना” परियोजना के लिए चिकित्सा उपकरणों का संस्थापन और ओडिसा के गावों में किफायती स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं के लिए मोबाईल चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराना आदि शामिल है।
ग्रामीण विद्युतीकरण: उत्तर प्रदेश के भदोही और श्रावस्ती प्रत्येक जनपद में 100 से अधिक सौर फोटो वोल्टिक आधारित एल०ई०डी० स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम की स्थापना में सहायता प्रदान की।
महिला सशक्तीकरण: जिला बोलांगीर, ओडिसा के जनजाति की 120 महिलाओं की आर्थिक सशक्तीकरण हेतु कार्यशील साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया। इसके साथ ही गौतम बुद्ध नगर स्थित कासना जेल के 49 महिला कैदियों के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम सिलाई, ड्रेस तैयार करने एवं ब्यूटीशियन व्यवसाय के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सायुदायिक विकास: यनम में आरसीसी रिटेनिंग वॉल/सड़क के किनारे नालियां/कम्पाउंड वॉल का निर्माण।
व्यवसायिक प्रशिक्षण/कौशल केन्द्र: भरूच, गुजरात में अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले 55 अभ्यर्थियों को रोजगार सृजन एवं कौशल विकास के प्रशिक्षण हेतु सहयोग किया । कम्पनी ने आसाम आंध्र प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और झारखण्ड के अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/ महिला एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के 1600 अभ्यर्थियों के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण में सहयोग किया । इसी प्रकार आसाम, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक राजस्थान, तमिलनाडु और तेलगांना के 300 दिव्यांगो के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। ईआईएल ने कोच्चि और विशाखापत्तनम में कौशल विकास संस्थान की स्थापना में भी सहयोग किया ।
सीएसआर पहल की झलक
Camps for awareness, screening & detection of anaemia and malnutrition and distribution of Govt. approved health supplements in Haridwar
Assessment and Distribution Camps for distribution of assistive aids and appliances to poor & needy PwDs across India