इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड ने वर्ष 2035 को शून्य उत्सर्जन (नेट ज़ीरो) हासिल करने हेतु लक्ष्य वर्ष घोषित किया है, जिसका लक्ष्य हमारे माननीय प्रधान मंत्री के 2070 तक नेट ज़ीरो होने के दृष्टिकोण को पूरा करना है।
एक उत्तरदायी कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में, ईआईएल ने जुलाई 2021 में अपने स्वयं के संचालन से कार्बन उत्सर्जन का आकलन करने और स्वयं के शून्य उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु एक रोडमैप तैयार करने के लिए एक टीम का गठन किया था।
अपने स्वयं के डीकार्बोनाइजेशन उद्देश्यों को पूरा करने के अलावा, ईआईएल आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य हेतु स्वच्छ और हरित तकनीकी समाधान प्रदान करके अपने सम्मानित सेवार्थियों को शून्य उत्सर्जन की ओर उनकी ऊर्जा संक्रमण यात्रा में सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।
तीव्रता से बदलते वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में, कार्बन की गहनता किसी भी संगठन की सफलता के लिए एक प्रमुख प्रदर्शन संकेतक बन रही है। नई परियोजना निवेशों को भी कार्बन गहन तकनीकी समाधानों के बजाय स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकियों की ओर मोड़ा गया है। इसलिए, कंपनी की ब्रांड छवि को बढ़ाने के लिए शून्य उत्सर्जन सेवा प्रदाता बनना अनिवार्य हो गया है।